एशिया का सबसे बड़ा पार्क:जनेश्वर मिश्र पार्क,लखनऊ

जनेश्वर मिश्र पार्क भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी लखनऊ गोमती नगर में स्थित है जनेश्वर मिश्र पार्क एशिया का खूबसूरत और बड़ा पार्क है ,इसका उद्देश्य शहर के मकान के बीच एक प्राकृतिक वातावरण वाले जंगल की खूबसूरत कल्पना के रूप में किया गया है यह उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव जी का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है और यह पार्क मुलायम सिंह यादव जी के साथी समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे जनेश्वर मिश्र जी की याद में बनवाया गया इस पार्क में उनकी विशाल प्रतिमा लगी हुई है
जनेश्वर मिश्र पार्क निर्माण और उद्घाटन
समाजवादी पार्टी की सरकार में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी ने 2012 में प्रारंभ किया और 5 अगस्त 2014 को जनेश्वर मिश्र जी की जयंती पर इसका उद्घाटन कर आम जनता को सौंप दिया यह अखिलेश यादव जी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक था यह पार्क 376 एकड़ में फैला हुआ है और इसके दक्षिण फेस पर गोमती नदी है और उत्तर फेस पर रेलवे लाइन बनी है इस पार्क में 7 प्रवेश द्वार हैं।
पार्क खुलने व बंद होने का समय
जनेश्वर मिश्र पार्क खुलने का समय सुबह 5:00 बजे और बंद होने का समय शाम 9:00 बजे तक है पार्क में प्रवेश शुल्क ₹10 है और पार्किंग सुविधा हर एक प्रवेश द्वार पर है जहां साइकिल मोटरसाइकिल फोर व्हीलर बस आदि खड़े हो सकते हैं।
जनेश्वर मिश्र पार्क की खूबसूरती
एक ऐसा पार्क जहां आप जाएंगे तो आपकी आंखें निहारती ही रह जाएंगे खूबसूरत फुलवारी खूबसूरत पेड़ पौधे चीड़ के पेड़ तो कहीं आम के पेड़ तो कहीं वास की सुरंगे तो कहीं झील में फ़ौवाराऔर गद्दे जैसी घास जहां आपका मन खुश हो जाएगा प्रकृति की अनोखी खुशबू में आप खो जाएंगे।
इको फ्रेंडली पार्क
इस पार्क को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि जहां साइकिल ट्रैक बनाए गए हैं और इसके किनारे पेड़ लगे खूबसूरती बिखरते हैं पार्क को वैज्ञानिकों दृष्टि कोड भी नजर आता है जिसमें मानव के लिए बनाया गया है वही झील में मछलियों, मछलियों के लिए या पार्क पक्षियों के लिए रैन बसेरा है वही और भी जीव जंतु का आवास है ,और यह पार्क ग्रीन बेल्ट में स्थित है मानव के तनाव को दूर करने वाला पार्क है।
मनोरंजन का साधन
समाज के लोग का मनोरंजन जनेश्वर मिश्र पार्क एक ग्रीन पार्क है यहां पर समाज के सभी लोगों के मनोरंजन को देखते हुए बनाया गया है इस पार्क में जहां अवाला के पेड़ लगे तो कहीं पर नीम के पेड़ भी लगाए गए।
जनेश्वर मिश्र पार्क कैसे पहुंचे
यह पर्यटको को पहुंचने के लिए, चारबाग रेलवे स्टेशन से करीब 7 किलोमीटर दूरी पर है
आप यहां फैजाबाद रोड (अयोध्या रोड ) से 4 किलोमीटर दूरी पर है सुल्तानपुर रोड यह 3 किलोमीटर इकाना स्टेडियम होते हुए शहीद पद से आ सकते हैं।
तनाव दूर करने का सबसे खूबसूरत स्थान

यह पार्क पेड़ पौधों से हरा भरा है जिधर भी देखेंगे हरियाली ही हरियाली नजर आती है और साइकिल ट्रैक, पैदल पथ के किनारे लगे साउंड से जो आवाज आती पुराने नए गाने मध्यम आवाज में बजते हैं,संगीतमय पार्क हैं।
बच्चों युवाओं की पहली पसंद
यह पार्क बच्चों-युवाओं को तो बहुत ही भाता है यहां पर बच्चों के खेलने के लिए बड़े-बड़े झूले हैं, खेलने की कई तरह के इंस्ट्रूमेंट है ,बच्चों और युवा यहां स्केटिंग भी करने भी आते हैं,सुबह-सुबह क्रिकेट खेलने आते हैं तो हरी-भरी घास में बैडमिंटन भी खेलते हैं,स्कूल के बच्चे शाम के समय पार्क के पश्चिमी छोर पर बने फुटबॉल मैदान में फुटबॉल खेलने आते हैं और भी खेल के मैदान है।
नेशनल फ्लैग

जनेश्वर मिश्र पार्क में हमारे देश की पहचान,हमारी पहचान,हमारा तिरंगा जो दूर से लहराता नजर आता है इतनी ऊंचाई पर तिरंगा उत्तर प्रदेश का शायद पहले पार्क में है जहां तिरंगा झंडा लगाया गया है झंडा के चारों तरफ गोल खूबसूरत पार्क और पार्क में तरह-तरह के पेड़ पौधे फलों के पौधे अपनी खूबसूरती बिखरते हैं अपनी और खींचते हैं।
जॉगिंग सिंथेटिक ट्रैक
इस पार्क में एक्सरसाइज करने के बहुत सारे उपकरण लगे हैं जहां लोग जिम का आनंद यहां आकर लेते हैं और फ्री में ऑक्सीजन भी मिलती है, एक रनिंग ट्रेक भी है जिसमें हजारों की संख्या में लोग सुबह-शाम टहलने आते हैं इस ट्रैक पर टहलने से पैर के जोड़ में असर नहीं पड़ता।
बच्चों के खेलने झूले बच्चों के लिए नई तकनीकी के झूले और स्लाइडर और कई प्रकार के झूले भी हैं जिसमें बच्चे आनंद ले सकते हैं।
साइकिल ट्रैक
पार्क में साइकिल ट्रैक जो बनवाया गया है आप यहां साइकिल से हरे-भरे पार्क को पूरा घूम सकते हैं,और साथ-साथ एक्सरसाइज भी हो सकती है और पूरे पार्क के एक चक्कर लगाए आपको पता भी नहीं चलेगा कि क्योंकि इस पर इस पार्क में पेड़ पौधे के बीच होते हुए आप साइकिलिंग करने में रोमांच आएगा ।
झील और बोटिंग
पार्क में कंडोला बोट जो कि अपने आप में बहुत ही खूबसूरत है आप यह बोटिंग का आनंद ले सकते हैं आप को यहां लगे चीड़ के पेड़ के बीच ऐसा लगेगा कि कश्मीर की डल झील,स्विट्जरलैंड में घूम रहे हैं ।
Note:इस पार्क में सुलभ घर बने हुए हैं।